टीबी मुक्त राजस्थान अभियान : सीकर, जयपुर और हनुमानगढ़ जिले हुए पुरस्कृत
टीबी उपचार में सचामुदायिक सहायता देने वाले निक्षय मित्र भी हुए सम्मानित
राजस्थान प्रदेश में संचालित ‘टीबी मुक्त राजस्थान‘ और ‘निक्षय सम्बल योजना’ में महत्वपूर्ण सहयोग एवं उपलब्धि अर्जित करने वाले जिलों के विभिन्न कार्मिकों एवं संस्थानों को राज्यस्तर पर सम्मानित किया गया है। टीबी मुक्त राजस्थान अभियान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर सीकर जिले नेे प्रथम, जयपुर-द्वितीय ने द्वितीय और हनुमानगढ़ जिले ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया है। यह पुरस्कार गुरुवार को जयपुर में आयोजित हुए राज्यस्तरीय समारोह में प्रदान किये गए। साथ ही ‘निक्षय संबल योजना‘ तहत उपचार ले रहे टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार एवं अन्य सहायता उपलब्ध कराने वाले दानदाताओं को भी सम्मानित किया गया।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. वी.के. माथुर ने बताया कि प्रदेश में टीबी रोग के कारण शून्य मृत्यु, बीमारी और गरीबी थीम को अपनाकर ‘टीबी मुक्त राजस्थान अभियान‘ संचालित है जिसके माध्यम से वर्ष 2025 तक टीबी रोग से होने वाली मौतों में 90 प्रतिशत तक की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित है।
राज्य नोडल अधिकारी (टीबी) डॉ. विनोद कुमार गर्ग ने बताया कि पिछले दो माह से आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर क्षेत्रों में यह अभियान आयोजित किया जा रहा है और इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान राज्यस्तर पर किया गया है। उन्होंने बताया कि शीर्ष टीबी यूनिट श्रेणी में श्रीमाधोपुर (सीकर), रतनगढ़ (चूरू), हैल्थ एवं वेलनेस सेंटर श्रेणी में राजसमंद जिले के मोरा, उदयपुर जिले के थुर और मारुवास स्वास्थ्य केन्द्रों को पुरस्कृत किया गया है।
समारोह में जिलों के क्षय रोग अधिकारी, डीपीसी और डीपीपीएमसी सहित सहयोगी तकनीकी संस्थानों के प्रतिनिधिगण शामिल हुये।
इस खबर को अवनीश विल्सन ने संपादित नहीं किया है, यह खबर राजस्थान सरकार के सुचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रेस रिलीज़ के अनुसार प्रकाशित की गई है।
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