अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम विरोधी दिवस 2023
World Day Against Child Labour 2023
रिपोर्ट्स के अनुसार दुनिया में आज 16 करोड़ बच्चे चाहे अनचाहे बालश्रम में लिप्त हैं।
आज यानी 12 जून को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस World Day Against Child Labour मनाया जाता है। बाल श्रम की सबसे बड़ी वजह ही गरीबी है। जिससे मजबूर होकर बच्चों को मजदूरी करना पड़ता हैै। इसे 100 से अधिक देशों में लोगों के बीच बाल मजदूरी को रोकने के लिए इस दिन को इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन के द्वारा मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ (ILO) ने पहली बार बाल श्रम रोकने का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद साल 2002 में सर्वसम्मति से एक ऐसा कानून पारित हुआ जिसके तहत 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से मजदूरी करवाना अपराध माना गया। अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ (ILO) के 187 सदस्य देश हैं। ILO ने विश्व में श्रम की स्थितियों में सुधार के लिए कई सम्मेलनों को पारित किया है। और तो और यह मजदूरी, काम के घंटे, अनुकूल वातावरण इत्यादि मामलों पर भी जरूरी गाइडलाइंस देता रहता है।
1973 में, ILO सम्मेलन संख्या 138 को अपनाकर रोजगार के लिए न्यूनतम आयु पर लोगों का ध्यान केंद्रित किया गया। जिसका मकसद सदस्य राज्यों को रोजगार की न्यूनतम आयु बढ़ाने और बाल मजदूरी को समाप्त करना था।
थीम 2023
Social Justice for all, END Child Labour
सभी के लिए सामाजिक न्याय, बाल श्रम का अंत
World Day Against Child Labour Image Credit : Freepik
Written by Avnish Wilson avnishwilsonblogger@gmail.com |
न्यूज़, ब्लॉग और मोटिवेशनल स्टोरी पड़ने के लिए फेसबुक, इन्सटाग्राम या ट्विटर पर फॉलो करें
__________________________________________
SHARE YOUR STORY WITH ME
If you have reached the heights of success by crossing the battle line in your life or if you have been a victim of any tragedy, injustice, violence, etc. or you know about any such person, then share your/another person story with me.
Tell me what difficulties you have overcome or what you have struggled.
Tell me about your success that you have achieved. You can be an inspiration to others through your story.
Please share your story with me by writing at avnishwilsonblogger@gmail.com
Call/What's App +91-7976684151
AVNISH WILSON
__________________________________________
No comments:
Post a Comment