Showing posts with label Blog. Show all posts
Showing posts with label Blog. Show all posts

 



देश व दुनिया में हर वर्ष आज का दिन (12 मई) इंटरनेशनल नर्सेस डे के रूप में मनाया जाता है। 


 

जनवरी 1974 में इसे अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा हुई थी। नर्सिंग सेवा की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) के जन्मदिन को ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 


 

कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टरों के साथ बीमारों के इलाज में पूरा सहयोग करने वाली नर्सों की इलाज में भी अहम भूमिका रही है।

नर्सों के सराहनीय योगदान व उनके सेवा कार्यों के लिए उनके प्रति सम्मान जताने के लिए यह दिन इंटरनेशनल नर्सेस डे के रूप में मनाया जाता है।

इतिहास

हर साल इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाने का कारण यह है कि 12 मई को फेलोरिंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था। वह नर्सिंग सेवा की संस्थापक मानी जाती हैं। इनके जन्म दिवस के अवसर पर इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया था तो वहीं दूसरी ओर 1974 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की गई थी। 



इंटरनेशनल नर्सेस डे 2024 की थीम

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 की थीम "हमारी नर्सें। हमारा भविष्य। देखभाल की आर्थिक शक्ति।"  

(Our Nurses. Our Future. The economic power of care) 

Image Credit : Facebook

Written by Avnish Wilson
avnishwilsonblogger@gmail.com

International Nurses Day 2024 : जानिए अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के बारे में

by on May 13, 2024
  देश व दुनिया में हर वर्ष आज का दिन (12 मई) इंटरनेशनल नर्सेस डे के रूप में मनाया जाता है।    जनवरी 1974 में इसे अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस ...

 


(World Red Cross Day) विश्व रेड क्रॉस दिवस 8 मई को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन (8 मई) हेनरी ड्यूरेंट नामक समाज सेवक की जन्म जयंती होती है, जो रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के संस्थापक थे। 


रेड क्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इसका (Headquater) मुख्यालय स्विटजरलैंड के जिनेवा में स्थित है। इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रास और कई नेशनल सोसाइटी मिलकर इस संस्था का संचालन करती है। 


हेनरी ड्यूरेंट को नोबेल शांति पुरस्कार भी प्राप्त है। हेनरी का जन्म 8 मई 1828 को हुआ था। इस दिन को विश्व भर के देशों की रेड क्रॉस सोसाइटीज में मनाया जाता है। 


'रेडक्रॉस' एक ऐसी अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, जो लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के अलावा आकस्मिक दुर्घटनाओं में घायलों, रोगियों, आपातकाल और युद्धकालीन बंदियों की देख-रेख करती है। रेडक्रॉस की स्थापना साल 1863 में हुई थी। 


रेडक्रॉस की स्थापना समाजसेवक हेनरी ड्यूनेंट द्वारा की गई थी, इसलिए उनके जन्मदिन के अवसर पर ही हर साल दुनियाभर में 8 मई का दिन अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है।


 2024 की थीम


The theme for Red Cross societies in 2024 is "Keeping Humanity Alive."

2024 में रेड क्रॉस सोसायटी की थीम "मानवता को जीवित रखना" है।

 

रेडक्रॉस ने दिया दुनिया को पहला ब्लड बैंक


प्राप्त जानकारी के अनुसार रेडक्रॉस की पहल पर दुनिया का पहला ब्लड बैंड अमेरिका में 1937 में स्थापित हुआ था।


हेनरी डयूनेंट के बारे में


जेनेवा में 8 मई 1928 को जन्मे डयूनेंट एक स्विस व्यापारी और समाजसेवक थे, जो 1859 में हुई सालफिरोनो (इटली) की लड़ाई में घायल सैनिकों की दुर्दशा देख बहुत दुखी हुए क्योंकि युद्धभूमि में पड़े इन घायल सैनिकों के उपचार के लिए कोई चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। युद्ध मैदान में घालय पड़े इन सैनिकों के दर्दनाक हालातों पर अपने कड़वे अनुभवों के आधार पर उन्होंने 'मेमोरी और सालफिरोनो' नामक एक पुस्तक भी लिखी और 1863 में रेडक्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समीति आईसीआरआई का गठन किया। हेनरी डयूनेंट ने 30 अक्टूबर 1910 को हैदन में 82 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। मानव सेवा के लिए हेनरी डयूनेंट को साल 1901 में पहला नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया। मानवीय सेवा को समर्पित रेडक्रॉस के उल्लेखनीय कार्यों की बदौलत इस संस्था को भी साल 1917, 1944 और 1963 में शांति के नोबेल पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।

World Red Cross Day Image Credit : Facebook

Written by Avnish Wilson
avnishwilsonblogger@gmail.com



हर साल 3 मई का दिन पत्रकारों के जज्बे को सलाम करने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (प्रेस फ्रीडम डे) के रूप में मनाया जाता है।


यह दिन प्रेस की स्वतंत्रता और मौलिक मानव अधिकारों के रूप में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।


यह दिन उन पत्रकारों को श्रद्धांजलि भी देता है जिन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान गंवाई है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया की स्वतंत्रता बेहद जरूरी है। यदि मीडिया स्वतंत्र होगी तभी वह अपना काम अच्छे से कर पाएगी। 


1993 में 3 मई को प्रेस फ्रीडम डे के रूप में घोषित किया गया था। यूनेस्को (UNESCO) ने 26 वें जनरल कॉन्फ्रेंस सेशन में 3 मई को प्रेस फ्रीडम डे की घोषणा की थी।


World Press Freedom Day 2022 Theme

“A Press for the Planet: Journalism in the Face of the Environmental Crisis.”

"ए प्रेस फॉर द प्लैनेट: जर्नलिज्म इन द फेस ऑफ़ द एनवायर्नमेंटल क्राइसिस।"

Image Credit : Freepik

Written by Avnish Wilson
avnishwilsonblogger@gmail.com




World Press Freedom Day 2024 : जानिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के बारे में

by on May 03, 2024
हर साल 3 मई का दिन पत्रकारों के जज्बे को सलाम करने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (प्रेस फ्रीडम डे) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन प्र...



प्रति वर्ष 1 मई को देश-दुनिया में मजदूर दिवस/अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। मजदूरों और श्रमिकों को सम्मान देने के उद्देश्य से हर साल 01 मई का दिन इनको समर्पित होता है। इस दिन को लेबर डे, श्रमिक दिवस, मजदूर दिवस, मई डे के नाम से भी जाना जाता है।  


1 मई 1886 को अमेरिका में एक आंदोलन की शुरूआत हुई थी जिसमे अमेरिका के मजदूर सड़कों पर आ गए थे और वो अपने हक के लिए आवाज बुलंद करने लगे। इस आंदोलन का कारण था काम के अत्यधिक घंटे क्योंकि अमेरिका में मजदूरों से दिन के 15-15 घंटे काम लिया जाता था। 


इस आंदोलन के तीन साल बाद 1889 में अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की बैठक हुई। जिसमे तय हुआ कि हर मजदूर से केवल दिन के 8 घंटे ही काम लिया जाएगा।


भारत में 1 मई 1923 को चेन्नई से मजदूर दिवस मनाने की शुरूआत हुई। लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान की अध्यक्षता में यह फैसला किया गया।

इस साल की थीम है ensuring workplace safety and health amidst climate change, यानी जलवायु परिवर्तन के बीच काम की जगह पर श्रमिकों के स्वास्थय और सुरक्षा को सुनिश्चित करना।

Image Credit : Freepik

Written by Avnish Wilson
avnishwilsonblogger@gmail.com


International Labour Day 2024 : जानिए अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के बारे में

by on May 01, 2024
प्रति वर्ष 1 मई को देश-दुनिया में मजदूर दिवस/अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। मजदूरों और श्रमिकों को सम्मान देने के उद्देश्य से हर स...



रंगमंच के महत्व को आमजन तक पहुंचाने के लिए हर साल 27 मार्च के दिन को विश्व रंगमंच दिवस World Theatre Day के रूप में मनाया जाता है  

इस दिन को मनाने की शुरुआत सन 1961 से हुई थी। वर्ष 1961 में इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट ने World Theatre Day की स्थापना की थी। 

रिपोर्ट्स के अनुसार सन् 1962 में मशहूर नाटककार जीन कोक्ट्यू ने विश्व रंगमंच दिवस के लिए पहला संदेश लिखा था। 

World Theatre Day Image Credit : Freepik

Copyright © 2021 | AVNISH WILSON | All Right Reserved